tag:blogger.com,1999:blog-2828598581662518679.post498575111069186809..comments2023-12-26T21:51:11.012+05:30Comments on नई बात: रविन्द्र आरोही के नाम पत्रचन्दनhttp://www.blogger.com/profile/06676248633038755947noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-2828598581662518679.post-4403529539330291402011-09-12T20:47:44.404+05:302011-09-12T20:47:44.404+05:30सबसे पहले 'आरोही' को साधुवाद, जो खुद को &#...सबसे पहले 'आरोही' को साधुवाद, जो खुद को 'बार्न इंटेलिजेंट' समझने वालो धुरंधरों की दुस्सह होती जा रही दुनिया में कुछ समझने की जिज्ञासा दिखाई। आरोही की द्विविधा क्या रही होगी, यह चंदन के स्पष्टीकरण से साफ हो जाता है। पत्र के स्वरूप में विश्व साहित्य की दो बेहद जरूरी प्रवृत्तियों ('वादों') के रहस्य इतनी आसानी खोल देने का चंदन का यह तरीका भी नायाब लगा। दोनों का शुक्रिया।Shrikant Dubeyhttps://www.blogger.com/profile/01513859980174577373noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2828598581662518679.post-56316110682347662962011-09-10T11:13:50.433+05:302011-09-10T11:13:50.433+05:30चन्दन,मुझे यह पत्र पसंद आया,इसलिये भी कि तुमने ईमा...चन्दन,मुझे यह पत्र पसंद आया,इसलिये भी कि तुमने ईमानदारी से खंगाला है. हममें से बहुतों के पास ढेर सारी impressionistic गलतफहमियां होती हैं जो इस मार्फत अपना शिकंजा ढीला करने को विवश होती हैं.बधाई.oma sharmahttps://www.blogger.com/profile/13749809070900733864noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2828598581662518679.post-52517678927459125632011-09-08T14:48:04.762+05:302011-09-08T14:48:04.762+05:30आरोही दरअसल रविन्द्र आरोही हैं. युवा और प्रतिभाशाल...आरोही दरअसल रविन्द्र आरोही हैं. युवा और प्रतिभाशाली कथाकार. अपने गद्य से मोहित कर लेते हैं. इनका पसन्दीदा काम छत पर घूमना और बाजार से सब्जी लाना है. 'ठेठ' पर इनकी पकड़ लाजबाव है. सम्वेदना में कोलकाता और भाषा में छत्तीसगढ के निवासी हैं.चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06676248633038755947noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2828598581662518679.post-81568256784666407452011-09-08T13:40:36.857+05:302011-09-08T13:40:36.857+05:30आरोही जी से यह क्या बहस हों पडी है भाई? ज़रा सन्दर्...आरोही जी से यह क्या बहस हों पडी है भाई? ज़रा सन्दर्भ स्पष्ट करते तो कुछ और जानने-कहने का मन कर रहा है.मृत्युंजयhttps://www.blogger.com/profile/09135755676182103803noreply@blogger.com