tag:blogger.com,1999:blog-2828598581662518679.post5300935977395722745..comments2023-12-26T21:51:11.012+05:30Comments on नई बात: गौरव सोलंकी की कहानी : कद्दूकसचन्दनhttp://www.blogger.com/profile/06676248633038755947noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-2828598581662518679.post-31646594151754974992011-01-14T09:04:06.125+05:302011-01-14T09:04:06.125+05:30दंगे कैसे भड़कते है ..बेवजह .. -सुन्दर सार्थक कहानी...दंगे कैसे भड़कते है ..बेवजह .. -सुन्दर सार्थक कहानी ..अच्छी पोस्ट है.. ..शेयर करने के लिए धन्यवाद .. आज चर्चामंच पर आपकी पोस्ट है...आपका धन्यवाद ...मकर संक्रांति पर हार्दिक बधाई <br /><br />http://charchamanch.uchcharan.com/2011/01/blog-post_14.htmlडॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2828598581662518679.post-65129898603032809512011-01-10T10:28:52.832+05:302011-01-10T10:28:52.832+05:30गूगल से खोजने पर पुरस्कार की ख़बर यहाँ पाई। यह पुर...गूगल से खोजने पर पुरस्कार की ख़बर <a href="http://www.rajasthanpatrika.com/news/home-page/172011/jaipur/103374" rel="nofollow">यहाँ</a> पाई। यह पुरस्कार राजस्थान पत्रिका के रविवारसीय परिशिष्ट में साल भर में छपी बेहतरीन रचना के लिए है। उधर कहानी के लिए आधे या एक पन्ने की ही जगह मिलती है। लेकिन उस पन्ने पर भी नए और स्थानीय लेखक ही ज़्यादा छपते हैं, मशहूर वाले कम। मैंने इस परिशिष्ट की कहानियों का संकलन देखा है। आप जानते ही होंगे कि गौरवजी की यह रचना दरअसल उनकी कहानी <a href="http://merasaman.blogspot.com/2010/12/blog-post_13.html" rel="nofollow">रमेश पेंटर और एक किलो प्यार</a> का पहला हिस्सा है। मेरे ख़याल से पत्रिका वाले पूरी कहानी को नहीं छापते होते। गौरवजी ने इस कहानी को तीन पोस्टों में प्रकाशित किया। यह सब बातें इसलिए कर रहा हूँ कि जानना चाहता हूँ कि ब्लॉगर पर एक पोस्ट कितनी लंबी हो सकती है? जैसे मुझे मालूम है कि ब्लॉगर पर कोई टिप्पणी 4096 अक्षर यानी 4kb से ज़्यादा लंबी नहीं हो सकती है। हिंदी ब्लॉगों पर लेख और कविताएँ ही ज़्यादा होते हैं। ज़रा मालूम करके बताइएगा, कि क्या एक पोस्ट में पूरी किताब नहीं दी जा सकती?सोनूhttps://www.blogger.com/profile/15174056220932402176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2828598581662518679.post-92038619319921717372011-01-09T17:45:50.570+05:302011-01-09T17:45:50.570+05:30Nice......Nice......Aparna Mishrahttps://www.blogger.com/profile/01867646287175225582noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2828598581662518679.post-9816547112960928892011-01-09T10:25:05.080+05:302011-01-09T10:25:05.080+05:30बेहतरीन... मुझे कहा गया था कि मैं इसे पढ़ूं... नहीं...बेहतरीन... मुझे कहा गया था कि मैं इसे पढ़ूं... नहीं कहा गया होता तो शायद इतनी अच्छी कहानी से महरूम रह जाता.. गौरवजी की ये कहानी सचमुच सम्मान की हकदार है. बधाई उन्हें और धन्यवाद आपका की आपने इसे उपलब्ध किया.प्रशान्तhttps://www.blogger.com/profile/11950106821949780732noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2828598581662518679.post-48479155507134089872011-01-08T19:53:50.792+05:302011-01-08T19:53:50.792+05:30... rochak !!... rochak !!नया सवेराhttps://www.blogger.com/profile/14420198613329878532noreply@blogger.com