गणतंत्र दिवस की शुभकामनाओं वाला यह सन्देश पंजाब केसरी, दैनिक अखबार, के 26 जनवरी 2010 के अंक में है। दरअसल अखबार के इस पृष्ठ पर कुल तीन ऐसे सन्देश है। एक व्यापार प्रकोष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष जगमोहन आनन्द की ओर से, दूसरा भाजपा जिलासचिव दीपक धवन की ओर से और तीसरा जिला प्रधान चन्द्रप्रकाश कथूरिया की ओर से। तीनों में सूचना यही है कि अटल बिहारी बाजपेयी हरियाणा के पूर्व प्रधानमंत्री।
चाहे जितने बड़े मीडिया हाऊस से यह सूचना मिले, यह गलत है। और अगर यह गलत है तो क्या यह एक मामूली चूक है? या अहमन्यता? छपने से पहले यह कितने लोगों की निगाह से गुजरी होगी?
15 comments:
अखबार में अपनी तस्वीर छपवाने की खुशी में इन लोगों की बुद्धि घास चरने चली जाती है....
आज के नेता ......... जाने कब सुधरेगे .... चाटुकरिता करते हैं बस ........
धन्य भये जानकर...:)
गणतंत्र दिवस के राष्ट्रीय पर्व पर आपका एवं आपके परिवार का हार्दिक अभिनन्दन एवं अनेक शुभकामनाएँ.
सादर
समीर लाल
What a Blunder!!!!! Its shameful to see such mistakes.........
इसको कहते हैं ब्लंडर मिस्टेक। जिससे ये गलती हुई होगी उसकी हालत सोचिये ज़रा। शुगर लेवल कितना बढ़ गया होगा।
हा-हा-हा-हा .... प्रतियोगिता का युग है इन सज्जन ने सोचा की जब कौंग्रेस वाले किसे पाकिस्तानी अफरा को अपने विज्ञापन में इसी देश का आइकॉन बता सकते है तो क्यों न हम हरियाणा को एक देश ही घोषित न कर दे ! :)
वाह भई वाह
मजा आ गया...
हा हा ही ही हू हू और साथ ही बूहूहू
ahhaaa haaa haaa haaa...
ha haa haaa...
haaaah haaa haaah !!
aap bhi hasiye!... meri tarah B.P. Normal ho jayega...
यार भाई लोगों बाकी को तो नहीं पर इनमें से एक चंद्रप्रकाश कथूरिया को जानता हूँ. करनाल में कच्छे सिला करता था. फिर एक दोस्त बलबीर पाल ने उसे बिना पैसे लिए अपनी फिर्म में साझीदार बनाकर कच्छा मास्टर से बिज्नेस्मन बना दिया. दोनों हरियाणा विकास पार्टी में आ गए. फिर चंदर ने कच्छे की तरह बलबीर पाल को भी काट दिया. अब बी जे पी में है. हाल ही में करनाल विधानसभा सीट से जमानत जब्त कराई है. प्रचार पाने के लिय बयान दे रहा था कि हरियाणा में सिर्फ हरियाणा वालों को नौकरी दो (जो मिलती ही है), बाकी को भगाऊ, लेकिन प्रचार नहीं मिला. अब इस कच्छा छाप ने इस अललटप विज्ञापन से ब्लॉग तक की `शोहरत` पा ली. कच्छी छाप अखबार को क्या कहें और अटल बिहारी को भी
व्यापार मंडल के प्रभारी से और क्या उम्मीद की जा सकती है। उसे पता ही नहीं होगा कि भारत भी कोई देश है। वह तो हरियाणा के तालाब का ही मेढ़क है।
its good in compared to see him as prime minister of hariyan...i was expecting something differnet...in the role of Pakistan's prime minister....hah
it would be more interesting to see him in the role of Pakistan' Prime Minister in compared to Hariyana...just wait...its realy possible to see him in such role..my heart says..
चलो भैये अब अटल जी के आगे कोई दूसरी पोस्ट लगाओ. कुछ कविता-कहानी पढवाओ. ये चूतियापा तो चलता ही रहेगा. हरि अनंत हरि कथा अनंता.
चंदन,ये आपके ध्यान देने(भाव देने?)की बात है.वरना अब प्रमुख त्यौहारों के दिन का अखबार देखना-पढ़ना ही सही नहीं लगता.इस दिन के अखबार इन्हीं खरीदारों के पैसे से निकलने लगे हैं...
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